जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को शबाना आजमी ने एक बार प्यार से डिस्को सीएम कहा था। शबाना ने अब्दुल्ला को डिस्को सीएम क्यों कहा, इसके पीछे की कहानी क्या है, आइए जानते हैं इस खास रिपोर्ट में।
देश की राजनीति में अपनी एक खास पहचान रखने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को भला कौन नहीं जानता है। कभी अपने राजनीतिक बयान के चलते तो कभी अपने निजी जीवन की घटनाओं को लेकर हमेशा से चर्चा में रहने वाले फारूक अब्दुल्ला के परिवार का जम्मू-कश्मीर की राजनीति से गहरा संबंध रहा है। फारूक खुद को एक डॉक्टर मानते हैं। उनका कहना है कि जब एक डॉक्टर किसी मरीज को ठीक करता है तो वह उसे कभी नहीं भूलता, लेकिन राजनीति में हजार काम करने के बाद भी लोग उस एक काम के लिए याद करते है जो आप नहीं कर पाते हैं।
खैर आज हम आप को फारूक के जीवन की उस घटना को बताने जा रहे है जिसे याद कर आज भी फारूक की आंखे चमक उठती हैं। ये बात उन दिनों की है जब फारूक जम्मू- कश्मीर के नए नए मुख्यमंत्री बने थें। मुख्यमंत्री बनने के बाद ऐसे कई मौके आए, जब फारूक ने अपनी सुरक्षा की परवाह किए बगैर घुमने निकल जाते थे। एक बार तो फारूक ने शबाना आजामी को अपनी बाईक पर बैठाकर घुमने निकल पड़े।
खूबसूरत डल झील के पास शबाना आजमी एक मोटरसाइकिल की पीछे वाली सीट पर बैठकर कश्मीर घूम रही थीं। पहले तो किसी को यकीन नहीं हुआ लेकिन इस नजारे को देखने वाले लोगों ने जब गौर किया तो देखा कि ये मोटरसाइकिल चलाने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि सूबे के मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला थे। दखते देखते ये बात पूरी घाटी में आग की तरह फैल गई। हर किसी के जुबान पर शबाना और फारूक के चर्चे थे।
इस घटना के बाद शबाना आजमी ने फारूक अब्दुल्ला को प्यार से ‘डिस्को मुख्यमंत्री’ का नाम दिया। वहीं शबाना संग बाईक की सवारी की घटना को याद करते हुए एक इंटरव्यू के दौरान फारूक ने कहा था कि ”शबाना जी आईं और मेरी मोटरसाइकिल पर बैठ गईं। ये एक साधारण की बात थी लेकिन लोगों ने इसे बड़ा बना दिया। मेरी जिंदगी के साथ मानों ये घटना चिपक सा गया है। क्या शबाना जी के साथ बाईक पर घूमना मेरी गलती थी? अगर हां तो ये मेरी एक मात्र गलती है। मैं इसे मानता हूं, वरना मैंने अपने जीवन में कभी कोई गलती नहीं की हैं।