क्या वाकई विद्या चरण शुक्ल ने विद्या सिन्हा को प्रपोज किया था ?

क्या वाकई विद्या चरण शुक्ल ने विद्या सिन्हा को प्रपोज किया था ?

वी.सी. शुक्ल, एक ऐसा नेता जिसके नाम से आपातकाल के दौरान फिल्म और मीडिया जगत के लोग दहशत में रहते थे। आपातकाल के दिनों में विद्याचरण शुक्ल एक ताकतवर सूचना प्रसारण मंत्री के रूप में जाने जाते थे। एक ऐसा मंत्री जो मीडिया को काबू में करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहता था। किशोर कुमार के गानों पर पर बैन लगाने से लेकर अखबारों की खबरों को सेंसर करने तक कई ऐसे फैसले हैं

जिसने इनकी छवि को खराब किया। आपातकाल के दौरान संजय गांधी के सेंसर मैन के नाम से मशहूर वीसी शुक्ल ने अपने दिल्ली स्थित घर में शेर के दो बच्चों को पालतू बनाकर रखा था। हालांकि बाद शेर के शावकों को चिड़ियाघर भेज दिया गया। कहते हैं कि, “वी.सी. शुक्ल किंगसाइज अंदाज में जिंदगी जीने में यकीन रखते थे। आज हम आप को शुक्ल जी के जीवन से जुड़े उस राज को बताने जा रहे है जिसके बारे में शायद ही आप जानते हों।

दरअसल, ये राज शुक्ल जी के मास्कों दौरे से जुड़ा हुआ है। आपातकाल के दौरान वी.सी. शुक्ल एक प्रतिनिधिमंडल लेकर मास्को गए। जिसमें बॉलीवुड की उस जमाने की चर्चित ऐक्ट्रेस विद्या सिन्हा भी शामिल थीं। “रजनीगंधा” और “छोटी सी बात” जैसी हिट फिल्मों काम कर चुकीं विद्या सिन्हा की पहचान उन दिनों बॉलीवुड की बिंदास हीरोइनों के रूप में होती थी।

मास्को दौरे के दौरान वी.सी. शुक्ल और विद्या सिन्हा के कमरे अगल बगल थे। एक दिन शराब के नशे में शुल्ल जी विद्या के कमरे के दरवाजे तक पहुंच गए। इस घटना के बाद दोनों के नजदीकियों को लेकर सियासी गलियारों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। खबर ये भी आई की विद्याचरण शुक्ला ने विद्या सिन्हा को फोनकर अपने प्यार का इजहार भी किया। बातचीत के दौरान वी.सी शुक्ल ने विद्या सिन्हा से कहा कि मैं भी विद्या और तू भी विद्या वगैरह वगैरह। दोनों के बीच जब ये बाते हुई तब वहां कोई और भी था।

जिसने इन बातों को बाहर फैला दी। दोनों की नजदीकियों का एक और सबूत पेश किया गया। वो ये कि विद्या अक्सर दिल्ली आती थी और उनके लिए होटल में कमरा बुक कराया जाता था। चर्चा कुछ ज्यादा होने लगी तो विद्या सिन्हा ने इसपर अपनी नाराजगी जाहिर किया। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

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